Sirpur Lake Indore: सिरपुर तालाब में बढ़ती लापरवाही: इंदौर की वेटलैंड सिटी और रामसर साइट का गौरव संकट में, पक्षियों और जैव विविधता पर खतरा

Sirpur Lake Indore

Sirpur Lake Indore: इंदौर का प्रसिद्ध सिरपुर तालाब जिसे वेटलैंड सिटी और रामसर साइट का गौरव प्राप्त है, आज प्रशासनिक लापरवाही का शिकार हो रहा है। सुरक्षा के अभाव में लोग तालाब किनारे अवैध मछलियां पकड़ रहे हैं और पार्टियां कर रहे हैं। पर्यावरणविदों का कहना है कि इसे पर्यटन स्थल में बदलने की गलती न करें। यह तालाब शहर की होलकरकालीन धरोहर है और इसकी जैव विविधता के संरक्षण की जिम्मेदारी अब और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।

प्रशासनिक उदासीनता और सुरक्षा का अभाव

सिरपुर तालाब को सहेजने के लिए पिछले 13 वर्षों से प्रयास चल रहे हैं। जनवरी 2022 में इसे रामसर साइट का दर्जा मिला और सितंबर 2023 में नगर निगम ने वेटलैंड सिटी के लिए दावा पेश किया। डेढ़ साल बाद इंदौर को यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिला, लेकिन सुरक्षा और देखरेख की कमी के कारण यह उपलब्धि अब खतरे में दिख रही है। मौके पर न तो नगर निगम के सुरक्षाकर्मी दिखाई देते हैं और न ही संरक्षण का दावा करने वाले एनजीओ सक्रिय हैं।

62 करोड़ की विकास योजना

सिरपुर तालाब के विकास और संरक्षण के लिए नगर निगम ने केंद्र सरकार को 62 करोड़ रुपये की विस्तृत योजना भेजी है। इसके अलावा यशवंत सागर के विकास के लिए भी योजना बनाई जा रही है। राज्य सरकार के माध्यम से इन योजनाओं को केंद्र तक पहुंचाने और राशि स्वीकृत कराने की तैयारी चल रही है, ताकि संरक्षण और विकास कार्यों को गति मिल सके।

जैव विविधता का महत्वपूर्ण केंद्र

अगस्त 2023 में वेटलैंड सिटी एक्रीडिएशन के तहत तालाब की जैव विविधता का अध्ययन किया गया। रामसर सम्मेलन के मानकों के आधार पर यहां मछलियों, मेंढकों, सांपों और केंचुओं की विभिन्न प्रजातियों का डाटा जुटाया गया। तालाब में 200 से अधिक प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं, जिनमें 55 प्रकार के प्रवासी पक्षी शामिल हैं। यूरेशियन विगन, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड और ग्रेटर फ्लेमिंगो जैसे अद्भुत पक्षी यहां आते हैं।

पर्यावरणविदों की चेतावनी

पर्यावरणविद भालू मोंढे ने चेतावनी दी है कि वेटलैंड सिटी का दर्जा मिलने के बाद संरक्षण की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। यहां हर साल सैकड़ों प्रजातियों के पक्षी और 100 से अधिक प्रजातियों की तितलियां पाई जाती हैं। यदि पानी की गुणवत्ता और प्राकृतिक वातावरण को नहीं बचाया गया, तो यह पारिस्थितिक तंत्र नष्ट हो जाएगा। रवि गुप्ता का कहना है कि तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने से प्राकृतिक वातावरण को नुकसान होगा और वेटलैंड सिटी का दर्जा बरकरार रखना मुश्किल हो जाएगा।

सिरपुर तालाब न केवल इंदौर का गौरव है बल्कि शहरी पारिस्थितिकी और जैव विविधता का महत्वपूर्ण केंद्र भी है। प्रशासनिक उदासीनता और सुरक्षा की कमी इसे संकट में डाल रही है। इसे संरक्षित रखने के लिए केवल योजनाएं पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि जमीन पर ठोस कदम उठाना और मानवीय गतिविधियों को नियंत्रित करना अनिवार्य है।

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