आज हम इंदौर की एक ऐसी बड़ी धार्मिक खबर के बारे में बात करने वाले हैं जो पूरे शहर में उत्साह ऊर्जा और भक्ति का अद्भुत माहौल बना देती है। रणजीत अष्टमी 12 दिसंबर को मनाई जाएगी और इस मौके पर रणजीत हनुमान मंदिर से निकलने वाली भव्य प्रभात फेरी की तैयारियां प्रशासन ने तेज कर दी हैं। कलेक्टर शिवम वर्मा ने खुद मंदिर परिसर में बैठक लेकर सभी व्यवस्थाओं की गहराई से समीक्षा की है ताकि भक्तजन बिना किसी परेशानी के इस दिव्य आयोजन का आनंद ले सकें।
कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश सुरक्षा व्यवस्था होगी चाक चौबंद
कलेक्टर शिवम वर्मा ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आयोजन के दौरान सुरक्षा में कोई भी ढील नहीं रहेगी। उन्होंने साफ कहा कि यदि कोई व्यक्ति शराब पीकर आने की कोशिश करता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी। यात्रा मार्ग पर किसी भी तरह का शस्त्र प्रदर्शन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से हर पल निगरानी रखी जाएगी और पूरे कार्यक्रम के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। मुख्य मार्ग पर बेरिकेटिंग की मजबूत व्यवस्था की जाएगी ताकि भीड़ का प्रबंधन सुरक्षित तरीके से हो सके।
प्रभात फेरी मार्ग पर विशेष सुविधाएं श्रद्धालुओं को मिलेगी आरामदायक व्यवस्था
बैठक में यह तय किया गया कि भक्तों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए सभी विभाग समन्वय के साथ काम करेंगे। मार्ग पर पानी रोशनी और सफाई की पूरी व्यवस्था रहेगी। वाहन पार्किंग के लिए दशहरा मैदान लालबाग सराफा विद्या निकेतन और फूटी कोठी जैसे स्थान निर्धारित किए गए हैं। प्रभात फेरी में तैनात अधिकारियों और वॉलिंटियरों को पहचान पत्र भी दिए जाएंगे ताकि व्यवस्थाएं सुचारू हों।
मंच और प्रसाद वितरण पर विशेष नियम अनुमति लेना अनिवार्य
प्रभात फेरी के मार्ग पर मंच लगाने के लिए पुलिस से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। मंच का साइज भी तय किया गया है जिसकी अधिकतम चौड़ाई 8 फीट रहेगी। मंच पर या उसके आसपास किसी भी प्रकार के प्रसाद का निर्माण नहीं होगा और गर्म प्रसाद वितरित करने की भी अनुमति नहीं दी जाएगी। विद्युत सुरक्षा को लेकर भी सख्ती बरती जाएगी और आवश्यकतानुसार बिजली कनेक्शन केवल विद्युत मंडल से लिया जाएगा।
आकस्मिक चिकित्सा और फायर ब्रिगेड की रहेगी तैयार टीम
यात्रा मार्ग पर आकस्मिक चिकित्सा की व्यवस्था रखी जाएगी ताकि किसी भी अचानक आने वाली स्थिति का तुरंत समाधान हो सके। एंबुलेंस निर्धारित स्थानों पर तैनात रहेगी और फायर ब्रिगेड की टीम भी तैयार रहेगी। यह सभी इंतजाम इस लिए किए जा रहे हैं ताकि भक्त बिना किसी चिंता के आयोजन का हिस्सा बन सकें।
चार दिन तक चलेगा भव्य आयोजन दीपोत्सव से स्वर्ण रथ तक का अद्भुत दृश्य
रणजीत अष्टमी का पर्व 9 दिसंबर से शुरू होगा जब इंदौर कलेक्टर मंदिर में ध्वजारोहण करेंगे। इसके बाद 10 दिसंबर की शाम दीपोत्सव और भजन संध्या का आयोजन होगा जिसमें भक्त अपने घरों से लाए 51 हजार दीप जलाएंगे। 11 दिसंबर को रथ में विराजित होने वाली विग्रह प्रतिमा का अभिषेक किया जाएगा और सवा लाख रक्षासूत्र सिद्ध कर भक्तों में निःशुल्क वितरित किए जाएंगे। 12 दिसंबर की सुबह 5 बजे बाबा रणजीत स्वर्ण रथ में सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे और भक्तों को आशीर्वाद देंगे। मंदिर परिसर को हजारों किलो फूलों से सजाया जाएगा और चारों दिन भव्य फूल बंगला तैयार किया जाएगा।
इंदौर में रणजीत अष्टमी हमेशा से भक्ति और आस्था का प्रतीक रही है और इस वर्ष प्रशासन तथा मंदिर समिति दोनों मिलकर इसे और भी व्यवस्थित सुंदर और सुरक्षित बनाने में जुटे हैं। भक्तों के लिए चार दिनों का यह उत्सव एक अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव बनने जा रहा है।

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