Indore News:आज हम एक ऐसी खबर लेकर आए हैं जो इंदौर जिले के हजारों परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लाने वाली है। बात जब आपके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की हो और उसमें सरकार खुद आगे आकर मदद करे, तो गर्व और उम्मीद दोनों की भावनाएं एक साथ उमड़ती हैं। इसी दिशा में एक शानदार पहल करते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने इंदौर जिले के 5,312 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए 13 करोड़ 28 लाख रुपये की राशि उनके खातों में भेजने का ऐलान किया है।
यह सिर्फ एक आर्थिक सहायता नहीं है, बल्कि उन छात्रों के सपनों में उड़ान भरने का मौका है जिन्होंने अपने कठिन परिश्रम से 12वीं बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं। इस शानदार योजना का मुख्य कार्यक्रम 4 जुलाई यानि आज भोपाल के कुशाभाउ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर (मिंटो हॉल) में आयोजित किया जाएगा, जहां पूरे प्रदेश से 94,234 छात्रों को एक साथ लैपटॉप खरीदने के लिए राशि का वितरण किया जाएगा।
दोस्तों, इस योजना के अंतर्गत हर विद्यार्थी को 25,000 रुपये की सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। सोचिए, यह कदम सिर्फ छात्रों को लैपटॉप दिलाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उन्हें डिजिटल इंडिया मिशन से जोड़ने और टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ाने की एक मजबूत नींव है।
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Toggleसांवेर विधानसभा क्षेत्र की भी बड़ी उपलब्धि
इंदौर जिले में सबसे खास बात यह रही कि सांवेर विधानसभा के 431 विद्यार्थी इस योजना से लाभान्वित होंगे। इनके खातों में कुल 1 करोड़ 7 लाख 75 हजार रुपये की राशि सिंगल क्लिक से ट्रांसफर की जाएगी। यह कार्यक्रम जनपद पंचायत सांवेर के सभागार में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट की उपस्थिति में होगा। उन्होंने यह भी बताया कि यह योजना बच्चों के भविष्य को संवारने में नींव का पत्थर साबित होगी।
मंत्री श्री सिलावट ने गर्व के साथ बताया कि ग्राम चित्तौड़ा की कुमारी दैव्यानी, जिसने 93 प्रतिशत अंक अर्जित किए हैं, को उसके माता-पिता और शिक्षकों के साथ सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान केवल उसके लिए ही नहीं, बल्कि उन सभी माता-पिता और गुरूजनों के लिए भी है जिन्होंने बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।
मिशन विकसित भारत और डिजिटल एमपी की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना देखा है। उसी सपने को साकार करने में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और स्कूली शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह भी पूरा योगदान दे रहे हैं। इस योजना का उद्देश्य छात्रों को विज्ञान, टेक्नोलॉजी और डिजिटल साक्षरता से जोड़ना है, ताकि वह देश के तकनीकी विकास में भागीदार बन सकें।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 2009-10 से शुरू की गई इस योजना के तहत अब तक 4 लाख 32 हजार से अधिक छात्रों को लाभ मिल चुका है और कुल 1080 करोड़ रुपये से अधिक की राशि उनके खातों में भेजी जा चुकी है। ये आंकड़े केवल संख्या नहीं, बल्कि उन लाखों सपनों की कहानी हैं जो अब डिजिटल दुनिया में उड़ान भर रहे हैं।
डिस्क्लेमर:
यह समाचार शैक्षिक और सार्वजनिक जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई सभी जानकारियां मध्यप्रदेश शासन द्वारा जारी कार्यक्रमों पर आधारित हैं। कृपया सटीक जानकारी के लिए संबंधित सरकारी पोर्टल या विभागीय सूचना का अवलोकन करें।

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