एरोपोनिक तकनीक से मशरूम की खेती एक आधुनिक तरीका है, जिसमें मिट्टी का उपयोग नहीं होता।
इस तकनीक में पौधों को हवा में उगाया जाता है, जिससे अधिक पोषण मिलता है और जल की बचत होती है।
मशरूम की खेती में एरोपोनिक तकनीक से तेजी से उत्पादन होता है। यह किसान के लिए लाभकारी है।
एरोपोनिक तकनीक में नमी और पोषण को नियंत्रित करके मशरूम को स्वस्थ तरीके से उगाया जाता है।
मशरूम को एरोपोनिक सिस्टम में उगाने के लिए सही तापमान और नमी का ध्यान रखना जरूरी है।
इस पद्धति से मशरूम की गुणवत्ता बेहतर होती है और उत्पादन अधिक मिलता है, जिससे लाभ बढ़ता है।
मशरूम की खेती में एरोपोनिक तकनीक से कम भूमि का उपयोग होता है, जिससे जगह की बचत होती है।
एरोपोनिक सिस्टम में मशरूम को हवा और पानी के साथ पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे उनकी वृद्धि तेजी से होती है।
मशरूम की एरोपोनिक खेती में कीटनाशकों का उपयोग कम होता है, जिससे यह जैविक और सुरक्षित रहता है।
एरोपोनिक तकनीक से मशरूम की खेती से किसान ताजगी और उच्च गुणवत्ता वाले मशरूम का उत्पादन कर सकते हैं।