मक्का के भुट्टे की खेती एक लाभकारी कृषि कार्य है, जो उच्च उत्पादन और मुनाफा प्रदान करता है।

मक्का की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु गर्म और आर्द्र होती है, जिसमें औसत तापमान 25-30°C होना चाहिए।

मक्का की फसल में मिट्टी की अच्छी जल निकासी जरूरी है, इसके लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है।

मक्का की बुवाई मानसून के पहले समय में करनी चाहिए, ताकि फसल को पर्याप्त पानी मिल सके।

मक्का के बीजों को 5-6 सेंटीमीटर गहराई में बोना चाहिए, और पौधों के बीच 20-30 सेंटीमीटर की दूरी रखनी चाहिए।

सिंचाई का ध्यान रखें, विशेषकर फसल के शुरुआती चरण में। अत्यधिक पानी से मक्का की जड़ें सड़ सकती हैं।

मक्का की फसल को खाद देने के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का सही संतुलन जरूरी है।

कीट और रोगों से बचाव के लिए प्राकृतिक कीटनाशक और जैविक उपायों का इस्तेमाल करें। रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग सीमित करें।

मक्का का भुट्टा पकने पर पीला और कठोर हो जाता है। फसल की कटाई सही समय पर करनी चाहिए।

मक्का के भुट्टे का सही तरीके से भंडारण करें ताकि उत्पादन को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सके।