इलायची की खेती भारत में एक लाभकारी व्यवसाय बन चुकी है। यह मसाला स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है।

Image source :- Google

इलायची की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु गर्म और आर्द्र होती है, जहां तापमान 20°C से 35°C के बीच हो।

Image source :- Google

इलायची की पौधों को सीधे धूप से बचाना चाहिए। ये छांव वाले क्षेत्रों में बेहतर उगते हैं।

Image source :- Google

इलायची की खेती के लिए मिट्टी अच्छी जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी होनी चाहिए। उपजाऊ मिट्टी बेहतर रहती है।

Image source :- Google

इलायची का पौधा लगभग 2-3 साल में फल देना शुरू करता है। इसमें समर्पण और धैर्य की आवश्यकता होती है।

Image source :- Google

इसकी खेती में विशेष देखभाल की जरूरत होती है, जैसे समय-समय पर सिंचाई और खरपतवार नियंत्रण की व्यवस्था।

Image source :- Google

इलायची की फसल को 9 से 10 महीने के बाद तोड़ा जा सकता है। समय पर कटाई बहुत महत्वपूर्ण है।

Image source :- Google

इलायची के फूलों से पहले हरे रंग के फल आते हैं, जो बाद में पककर लाल और भूरे होते हैं।

Image source :- Google

इलायची की खेती में उचित कीट नियंत्रण भी जरूरी है। इससे पौधों को होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है।

Image source :- Google

इलायची की सही कटाई और सुखाने के बाद इसकी गुणवत्ता बनी रहती है, जिससे अधिक मुनाफा मिल सकता है।

Image source :- Google