गिलकी एक ताजगी से भरपूर सब्जी है, जिसे गर्मियों में आसानी से उगाया जा सकता है और यह सेहत के लिए फायदेमंद है।

गिलकी की खेती के लिए गर्म जलवायु और अच्छी धूप की आवश्यकता होती है, तापमान 25°C से 35°C के बीच आदर्श होता है।

गिलकी के लिए बलुई और अच्छे जल निकासी वाली मिट्टी सर्वोत्तम होती है, ताकि पानी जड़ों में जमा न हो।

गिलकी के बीज को 1 से 2 इंच गहरे डालें और 3 से 4 इंच की दूरी पर रोपण करें।

गिलकी की खेती में नियमित पानी देना जरूरी है, लेकिन अत्यधिक पानी से बचें, क्योंकि इससे जड़ सड़ने का खतरा हो सकता है।

गिलकी के पौधों को अच्छी धूप मिलनी चाहिए, इसलिए इसे ऐसे स्थान पर उगाएं जहां दिनभर सूर्य की रोशनी मिले।

गिलकी के पौधों को हर 15-20 दिनों में जैविक खाद देने से उर्वरता बढ़ती है और बेहतर उत्पादन होता है।

गिलकी में एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर और विटामिन C भरपूर होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत और पाचन को सुधरते हैं।

गिलकी के सेवन से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और यह त्वचा को भी निखारता है, जिससे त्वचा की चमक बढ़ती है।

गिलकी की खेती से ना केवल स्वास्थ्य लाभ होते हैं, बल्कि यह एक लाभकारी कृषि व्यवसाय भी साबित हो सकता है, खासकर गर्मियों में।