किसान भाइयों, कैसे हो आप? गर्मी का मौसम आते ही तरबूज की मांग बाजार में बढ़ जाती है। इसका मीठा स्वाद और ठंडक देने वाली प्रकृति इसे हर किसी की पसंद बना देती है। तरबूज में 97% तक पानी होता है, जो गर्मी में शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है। यही वजह है कि किसान भाई इसकी खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन ज्यादा पैदावार और बढ़िया क्वालिटी के लिए सही किस्म का चयन बेहद जरूरी होता है। आज हम आपको तरबूज की कुछ बेहतरीन और उन्नत किस्मों के बारे में जानकारी देंगे, जो आपको अधिक उत्पादन और बाजार में बेहतर कीमत दिला सकती हैं।
पूसा बेदाना – बिना बीज वाला मीठा तरबूज
यह किस्म भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा विकसित की गई है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके फलों में बीज नहीं होते, जिससे इसे खाने में काफी आसानी होती है। इसके फल आकार में बड़े, मीठे और गहरे गुलाबी रंग के होते हैं। इसकी खेती करने पर किसान भाइयों को बाजार में अच्छी कीमत मिलती है। इस किस्म के फल पकने में 85 से 90 दिन का समय लगता है।
डब्ल्यू 19 – अधिक तापमान सहने वाली किस्म
यदि आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहां अधिक गर्मी पड़ती है, तो यह किस्म आपके लिए सबसे उपयुक्त है। यह शुष्क जलवायु में भी अच्छी पैदावार देती है। इसके फलों पर हल्के हरे रंग की धारियां बनी होती हैं, जबकि गूदा गहरे गुलाबी रंग का और बेहद मीठा होता है। इस किस्म की फसल 75 से 80 दिनों में तैयार हो जाती है और बाजार में अच्छी कीमत पर बिकती है।
काशी पितांबर – पीले छिलके और गुलाबी गूदे वाला तरबूज
इस किस्म की पहचान इसके पीले रंग के छिलके और गुलाबी गूदे से होती है। इसके फल आकार में मध्यम होते हैं और प्रत्येक फल का वजन 2.5 से 3.5 किलोग्राम तक होता है। इसकी पैदावार भी शानदार होती है, जिससे प्रति एकड़ 160 से 180 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। यह किस्म उन किसानों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं।
अलका आकाश – अधिक उत्पादन देने वाली संकर किस्म
यह एक संकर किस्म है, जो किसानों के लिए अधिक मुनाफा देने वाली साबित हो सकती है। इसके फल अंडाकार होते हैं और गूदा गुलाबी रंग का होता है। यह किस्म प्रति एकड़ 36 से 40 टन तक उत्पादन दे सकती है। अगर आप ज्यादा पैदावार और बढ़िया क्वालिटी की फसल चाहते हैं, तो यह किस्म आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकती है।
दुर्गापुर मीठा – बड़े आकार और बेहतरीन स्वाद वाला तरबूज
इस किस्म के फलों पर हल्की हरी धारियां होती हैं और इसका स्वाद बेहद मीठा होता है। यह किस्म बाजार में काफी पसंद की जाती है। इसके फलों का वजन 6 से 8 किलोग्राम तक हो सकता है। यह किसानों के लिए एक बढ़िया विकल्प है, क्योंकि इसकी मांग हमेशा बनी रहती है।
तरबूज की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी
तरबूज की अच्छी फसल के लिए गर्म और शुष्क जलवायु सबसे बेहतर मानी जाती है। इसे ऐसी मिट्टी में उगाना चाहिए, जहां जल निकासी की अच्छी व्यवस्था हो। रेतीली दोमट मिट्टी इसके लिए सबसे उपयुक्त होती है।
खाद और उर्वरक प्रबंधन
अच्छी उपज के लिए बुवाई से पहले खेत में अच्छी मात्रा में जैविक खाद डालें। एक एकड़ खेत में 10 से 12 टन गोबर की खाद, 50 किलो नाइट्रोजन, 40 किलो फास्फोरस और 30 किलो पोटाश डालना फायदेमंद रहता है।
निष्कर्ष
किसान भाइयों, अगर आप सही किस्म का चयन करें और सही तरीके से इसकी खेती करें, तो तरबूज की फसल से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है और यदि आप उन्नत किस्मों का चुनाव करते हैं, तो आपकी फसल की कीमत भी अधिक मिलेगी। तो देर मत कीजिए, सही किस्म का चुनाव कर गर्मियों में तरबूज की खेती शुरू कीजिए और बढ़िया मुनाफा कमाइए
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खेती-किसानी और कृषि तकनीकों पर 5+ वर्षों का अनुभव। किसानों के लिए उपयोगी जानकारियां और नई तकनीकों पर शोधपूर्ण लेख लिखते हैं।