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योग दिवस 2025: इंदौर में राजबाड़ा और गोपुर चौराहे पर होंगे भव्य कार्यक्रम, सिंधिया होंगे शामिल

योग दिवस 2025
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योग दिवस 2025:हर साल 21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब इंदौर में सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम नहीं रहा, बल्कि यह राजनीति और चर्चा का केंद्र बन गया है। इस बार योग दिवस को लेकर इंदौर में दो बड़े आयोजन हो रहे हैं – एक महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अगुवाई में गोपुर चौराहे पर और दूसरा मप्र शासन के तत्वावधान में ऐतिहासिक राजबाड़ा पर। लेकिन जैसे ही खबर आई कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इस दिन इंदौर आ रहे हैं, पूरा ध्यान राजबाड़ा की ओर खिंच गया है।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव काफी समय से योग दिवस पर एक खास आयोजन की तैयारी कर रहे थे। नगर निगम और बीजेपी के नेता भी इस कार्यक्रम को लेकर गंभीर थे। गोपुर चौराहे पर होने वाले इस आयोजन के लिए तैयारियां जोरों पर थीं और इसे “योग विथ मेयर” नाम दिया गया है। इस कार्यक्रम की खास बात यह थी कि इसमें लोगों को आकर्षित करने के लिए ‘द केरला स्टोरी’ फेम अभिनेत्री अदा शर्मा को बुलाया गया है। कार्यक्रम सुबह 6 बजे से शुरू होना है और यह लोगों के लिए खुला होगा।

लेकिन जैसे ही यह तय हुआ कि राजबाड़ा में सरकारी आयोजन होगा और उसमें केंद्रीय मंत्री सिंधिया और प्रदेश सरकार के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल होंगे, पूरा सरकारी अमला उसी दिशा में मुड़ गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वर्चुअल संदेश भी इसी कार्यक्रम में दिखाया जाएगा। सीएम का संबोधन सुबह 6:30 से 6:40 के बीच और पीएम का लाइव भाषण सुबह 6:40 से 7 बजे तक होगा।

अब स्थिति ये है कि महापौर का आयोजन भले ही पहले से तय हो, लेकिन नेताओं, अफसरों और जनप्रतिनिधियों की प्राथमिकता बदल गई है। राजबाड़ा का कार्यक्रम सरकारी है, और इसके लिए जनसंपर्क विभाग ने प्रेस नोट भी जारी कर दिया है, इसलिए सबकी उपस्थिति अब वहीं सुनिश्चित मानी जा रही है।

इस पूरे घटनाक्रम ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या इंदौर जैसे शहर में एक साथ दो बड़े आयोजन होना जरूरी था? क्या यह आयोजन समन्वय की कमी का परिणाम है? या फिर यह राजनीति का हिस्सा बन गया है, जहां ध्यान उस ओर जाता है जहां ज्यादा कैमरे और नेता होते हैं?

योग का उद्देश्य तो शरीर और मन की एकता है, लेकिन यहां स्थिति कुछ अलग ही रूप ले रही है। उम्मीद है कि लोग राजनीति से ऊपर उठकर योग के असल उद्देश्य को समझेंगे और कहीं भी योग करें – दिल से करें।

Disclaimer:यह लेख सूचना के आधार पर तैयार किया गया है, जिसमें विभिन्न सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी को समाहित किया गया है। PravahTimes इसका कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं रखता। योग दिवस से जुड़ा हर आयोजन समाज के हित और स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है,

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