इंदौर-देवास बायपास: अगर आप इन दिनों इंदौर-देवास बायपास होकर सफर करने की सोच रहे हैं, तो ज़रा रुकिए! क्योंकि एक बार फिर इस रास्ते पर भयानक ट्रैफिक जाम ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। बुधवार सुबह तो हालात ऐसे थे कि अर्जुन बड़ौद गांव के पास दो किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। लोग घंटों तक जाम में फंसे रहे और कई यात्री तो अपने जरूरी कामों के लिए लेट भी हो गए।
ये जाम सिर्फ आम लोगों के लिए नहीं, बल्कि ट्रक चालकों के लिए भी सिरदर्द बना हुआ है। प्रशासन की कोशिश है कि गांव के 8 से 10 किलोमीटर पहले ही ट्रैफिक को रोककर अन्य रास्तों की ओर मोड़ा जाए, ताकि गांव के आसपास जाम की स्थिति न बने। लेकिन वैकल्पिक रास्तों से जाने में ट्रक चालकों को ज्यादा समय और ज्यादा डीजल लग रहा है, जिससे उनका खर्च भी बढ़ गया है। यही वजह है कि वे इस व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं।
इस बायपास पर लगातार ट्रैफिक जाम की खबरें अब सिर्फ इंदौर या देवास तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि भोपाल जैसे शहरों तक पहुंच गई हैं। भोपाल से इंदौर आने वाले लोग पहले अपने परिचितों से ट्रैफिक की जानकारी ले रहे हैं, फिर सफर का फैसला कर रहे हैं। वहीं इंदौर से बाहर जाने वाले लोग भी सोच-समझकर ही सफर कर रहे हैं।
बुधवार को सुबह 9 बजे से 11 बजे के बीच स्थिति बेहद बिगड़ गई थी। जैसे ही अफसरों को इसकी जानकारी मिली, वे तुरंत सक्रिय हुए और धीरे-धीरे स्थिति को काबू में लाया गया। दोपहर बाद हालात थोड़े सामान्य हुए, लेकिन जब तक सर्विस रोड पूरी तरह तैयार नहीं हो जाती, तब तक ऐसे हालात फिर बन सकते हैं।
अब बात करें सड़क निर्माण की, तो अर्जुन बड़ौद गांव की सर्विस रोड पर पहले गिट्टी डालकर उसे समतल किया गया था और अब वहां पेवर ब्लॉक लगाए जा रहे हैं। अच्छी बात ये है कि सर्विस रोड को दो लेन का बनाया जा रहा है, जिससे दोनों तरफ से वाहन निकल सकें। लेकिन जब तक ये काम पूरा नहीं हो जाता, परेशानी बनी रह सकती है।
प्रशासन ने कोशिश की है कि ट्रैफिक को देवगुराडिया और उज्जैन की तरफ मोड़ दिया जाए। ऐसे में कुछ वाहन चालक उज्जैन होकर देवास और फिर भोपाल जा रहे हैं, जिससे उनका सफर और भी लंबा हो गया है।
इन सबके बीच सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को हो रही है जो रोज़ इस रास्ते से सफर करते हैं। हर दिन ये चिंता बनी रहती है कि आज फिर जाम मिलेगा या नहीं।
Disclaimer:
यह लेख यातायात की मौजूदा स्थिति और स्थानीय प्रशासन की गतिविधियों पर आधारित है। किसी भी तरह की यात्रा से पहले संबंधित ट्रैफिक विभाग या समाचार स्रोत से अपडेट जानकारी जरूर लें। लेख का उद्देश्य केवल सूचना देना है, किसी भी आधिकारिक निर्देश का विकल्प नहीं है

दोस्तों में प्रवाह टाइम्स के माध्यम से आप तक खबर पहुचाता हूं, मुझे लेख लिखने का अनुभव पिछले दो सालो से है. अगर आप मुझसे सोशल मीडिया पर कनेक्ट करना चाहते हे तो निचे मेरे सोशल मीडिया हैंडल दिए गए हैं