इंदौर: एक बार फिर से हम सबको सतर्क रहने की जरूरत है। इंदौर में शुक्रवार को कोरोना के 5 नए मामले सामने आए हैं, जिससे एक बार फिर लोगों के मन में चिंता की लहर दौड़ गई है। ये सभी मरीज इंदौर शहर के ही रहने वाले हैं और इनकी हालत फिलहाल स्थिर है।
अब तक इंदौर में 137 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 75 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं, लेकिन अभी भी 61 एक्टिव केस मौजूद हैं, जिन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। राहत की बात ये है कि इन सभी मरीजों में केवल हल्के लक्षण ही पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग इन संक्रमितों की ट्रैवल हिस्ट्री खंगालने में जुटा है और उनके संपर्क में आए लोगों के भी सैंपल लिए जा रहे हैं। इसके साथ ही मरीजों के सैंपल को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भोपाल की लैब भेजा गया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह नया वेरिएंट है या पुराना ही सक्रिय हो रहा है।
हालांकि कोरोना से इस साल अब तक तीन महिलाओं की मौत भी हो चुकी है। ये महिलाएं इंदौर, खरगोन और रतलाम की रहने वाली थीं और उन्हें पहले से ही अन्य गंभीर बीमारियां थीं, जो उनकी हालत को और जटिल बना गईं।
इंदौर में एमवाय अस्पताल और एमआरटीबी अस्पताल में अब भी सरकारी स्तर पर आरटी-पीसीआर जांच की जा रही है। मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. माधव हसानी ने बताया कि जिन्हें सर्दी-खांसी, गले में खराश या बुखार जैसे लक्षण हैं, वे बिना किसी झिझक के इन अस्पतालों में जाकर कोरोना की जांच करवा सकते हैं।
दोस्तों, भले ही कोरोना की लहर उतनी तेज न हो, लेकिन लापरवाही किसी भी वक्त भारी पड़ सकती है। मास्क पहनें, भीड़ से बचें, और यदि ज़रा सा भी अस्वस्थ महसूस हो तो तुरंत जांच कराएं। यही हमारी और हमारे अपनों की सुरक्षा का सबसे आसान तरीका है।
Disclaimer:
यह लेख जनहित में स्वास्थ्य जानकारी के रूप में प्रस्तुत किया गया है। कृपया कोरोना से संबंधित किसी भी लक्षण या जानकारी के लिए अधिकृत चिकित्सकीय सलाह जरूर लें। सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और अफवाहों से बचें

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