Prakash kaur:आज हम बात करने वाले हैं उस महिला की जिनका नाम शायद सुर्खियों में कम आता है लेकिन जिनकी वजह से देओल परिवार खड़ा है। लोग धर्मेंद्र को ही मैन के रूप में जानते हैं और हेमा मालिनी से उनकी शादी को लेकर हमेशा चर्चा होती रहती है लेकिन उनकी जिंदगी का असली और पहला अध्याय थी उनकी पहली पत्नी प्रकाश कौर। यह वही महिला हैं जिन्होंने कभी ग्लैमर नहीं चुना लेकिन पूरे जीवन परिवार को संवारने में लगा दिया।
1954 की वो शादी जिसने धर्मेंद्र को एक नई शुरुआत दी
धर्मेंद्र का असली नाम धर्मेंद्र सिंह देओल है। वह पंजाब के फगवाड़ा के जाट सिख परिवार में पैदा हुए थे। साल 1954 में सिर्फ 19 साल की उम्र में उनकी शादी प्रकाश कौर से हुई। उस वक्त न धर्मेंद्र बॉलीवुड में थे न उनके पास शोहरत थी। यह एक साधारण अरेंज्ड मैरिज थी। प्रकाश कौर सादगी और गरिमा से भरी एक ग्रेसफुल पंजाबन थीं। धर्मेंद्र हमेशा कहते थे कि फिल्मों में आने से पहले ही मेरी शादी हो गई थी और प्रकाश मेरी जिंदगी की पहली और असली हीरोइन हैं।
सुर्खियों से दूर लेकिन देओल परिवार की मजबूत ताकत
धर्मेंद्र फिल्म इंडस्ट्री की तरफ बढ़ते गए चमकती रोशनी में आए बड़े स्टार बने लेकिन प्रकाश कौर ने हमेशा दूरी बनाए रखी। उन्होंने घर की जिम्मेदारी निभाई चार बच्चों का पालन पोषण किया और परिवार की नींव को मजबूती दी। दोनों बेटों सनी देओल और बॉबी देओल को उन्होंने हमेशा संभाला बेटियां अजीता और विजेता ने पब्लिक लाइमलाइट से दूर जीवन चुना। एक बेटी साइकोलॉजिस्ट हैं और दूसरी फिल्म डायरेक्टर। इस पूरे परिवार का आधार प्रकाश कौर की ही मजबूती थी।
हेमा मालिनी से दूसरी शादी के बाद भी नहीं टूटा रिश्ता
साल 1980 में जब धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी से शादी की तब यह खबर पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई। यह भी कहा गया कि उन्होंने पहली पत्नी से तलाक न लेने के लिए धर्म परिवर्तन किया। लेकिन इन उतार चढ़ावों में भी प्रकाश कौर ने कभी धर्मेंद्र को गलत नहीं कहा। अपने एकमात्र इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि धर्मेंद्र परफेक्ट पति नहीं हैं लेकिन बेहद अच्छे पिता हैं। उन्होंने हेमा मालिनी की खूबसूरती पर भी शांति से कहा था कि कोई भी पुरुष उनकी ओर आकर्षित हो सकता है।
परिवार के लिए प्रकाश कौर की चुप्पी ही उनकी सबसे बड़ी गरिमा
प्रकाश कौर ने कभी सुर्खियों का रास्ता नहीं चुना। उन्होंने सिर्फ परिवार चुना। वह आज भी अपने बच्चों और पोते पोतियों के साथ बेहद स्नेह भरा रिश्ता रखती हैं। अक्सर ऑनलाइन सनी देओल को अपनी मां और बहनों के साथ देखा जाता है जो इस परिवार की गहरी बॉन्डिंग बताता है। देओल परिवार की तीसरी पीढ़ी तक यह प्यार और संस्कार चल रहा है। करण देओल की एंट्री से लेकर सनी और बॉबी के सफल करियर तक हर जगह प्रकाश कौर की परवरिश की झलक दिखाई देती है।
प्रकाश कौर वह नाम जो हमेशा सम्मान के साथ याद रखा जाएगा
बॉलीवुड में धर्मेंद्र की मजबूत विरासत है लेकिन इस विरासत की जड़ें प्रकाश कौर हैं। उन्होंने अपने जीवन में बहुत कुछ सहा बहुत कुछ चुपचाप संभाला और शोहरत से दूर रहकर भी पूरे परिवार को एक धागे में बांधे रखा। उनकी सादगी उनके धैर्य और उनकी गरिमा को हमेशा याद रखा जाएगा।

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