कृषि में ड्रोन का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जिससे खेती की प्रक्रिया और भी प्रभावी बन रही है।

ड्रोन कृषि में फसलों की निगरानी, सिंचाई, कीटनाशक छिड़काव और उपज का मूल्यांकन करने में सहायक होते हैं।

फसल की निगरानी के लिए ड्रोन हवाई तस्वीरें और वीडियो प्रदान करते हैं, जिससे किसानों को बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलती है।

ड्रोन का उपयोग खेती में कीटनाशकों और उर्वरकों के छिड़काव के लिए किया जाता है, जिससे समय और लागत दोनों बचते हैं।

सिंचाई में ड्रोन किसानों को सही जगह पर पानी छिड़कने में मदद करता है, जिससे पानी की बचत होती है।

ड्रोन की मदद से फसल की सेहत का विश्लेषण किया जाता है, जिससे संभावित रोगों का पता पहले ही लग जाता है।

कृषि में ड्रोन का उपयोग पैदावार बढ़ाने और फसल की गुणवत्ता सुधारने के लिए किया जा सकता है।

किसानों को ड्रोन द्वारा प्राप्त डेटा से खेतों की सेहत पर सटीक रिपोर्ट मिलती है, जो निर्णय लेने में मदद करती है।

ड्रोन के जरिए खेतों पर तेज़ और सटीक सर्वेक्षण किया जा सकता है, जिससे उत्पादन लागत कम होती है।

ड्रोन तकनीक से कृषि में उत्पादकता बढ़ाने, संसाधनों की बचत और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है।