पानी की कमी से जूझ रहे किसानों के लिए ड्रिप इरिगेशन तकनीक एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है।
ड्रिप इरिगेशन से पानी की खपत में 30-50% तक कमी आ सकती है, जिससे खेती सस्ती और प्रभावी होती है।
यह प्रणाली पानी को सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचाती है, जिससे पानी का अधिकतम उपयोग होता है।
पानी की बचत के अलावा, ड्रिप इरिगेशन से फसल की पैदावार भी बेहतर होती है, और गुणवत्ता भी बढ़ती है।
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इस तकनीक में ओवरवॉटरिंग की समस्या नहीं होती, जिससे फसलें बीमारी से बचती हैं और उनकी वृद्धि होती है।
ड्रिप इरिगेशन से खरपतवार की समस्या कम होती है क्योंकि केवल पौधों की जड़ों को पानी मिलता है।
यह तकनीक छोटे क्षेत्रों से लेकर बड़े खेतों तक प्रभावी रूप से लागू की जा सकती है।
ड्रिप इरिगेशन के लिए उचित सेटअप और रखरखाव की जरूरत होती है, ताकि पानी का सही उपयोग हो सके।
ड्रिप इरिगेशन अपनाकर किसान जल संकट के बावजूद अपनी फसल की बढ़ोतरी और मुनाफा बढ़ा सकते हैं।