अगर आप भी खेती करते हैं और डीजल पंप के बढ़ते खर्च से परेशान हैं, तो अब चिंता छोड़ दीजिए। मोदी सरकार ने किसानों के लिए एक जबरदस्त योजना शुरू की है, जिसका नाम है “पीएम कुसुम योजना”। इस योजना के तहत सरकार किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए भारी सब्सिडी दे रही है, जिससे आपकी सिंचाई लागत कम हो जाएगी और मुनाफा दोगुना!
आज के समय में बिजली और डीजल के बढ़ते दामों ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। लेकिन दोस्तों, सरकार ने अब किसानों के लिए एक ऐसा तोहफा दिया है, जिससे सिंचाई का खर्च 50% से भी कम हो सकता है। अगर आप भी खेती करते हैं और पानी की समस्या से जूझ रहे हैं, तो यह योजना आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
क्या है पीएम कुसुम योजना?
पीएम कुसुम योजना (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका मकसद किसानों को सस्ते और सस्टेनेबल ऊर्जा स्रोत उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत सरकार उन इलाकों में सोलर पंप लगाने की सुविधा दे रही है, जहां बिजली उपलब्ध नहीं है और किसान डीजल पंप पर निर्भर हैं।
योजना के तहत किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए सब्सिडी दी जाएगी, जिससे वे बिना बिजली और डीजल खर्च किए सूरज की रोशनी से पानी निकालकर सिंचाई कर सकेंगे।
लेकिन दोस्तों, इस योजना का एक महत्वपूर्ण नियम यह भी है कि जहां सोलर पंप लगाए जाएंगे, वहां बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा और भविष्य में किसानों को बिजली कनेक्शन नहीं मिलेगा।
कितना होगा खर्च? जानें सरकार कितना देगी सब्सिडी
अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि किसानों को इसके लिए कितनी रकम चुकानी होगी? दोस्तों, घबराने की कोई जरूरत नहीं! सरकार इस योजना में 70% तक की सब्सिडी दे रही है, यानी किसानों को सिर्फ 10% से 30% तक खर्च उठाना होगा।
अगर सोलर पंप की कीमत 10,000 रुपये है, तो किसान को सिर्फ 3,000 रुपये देने होंगे, बाकी का खर्च सरकार खुद उठाएगी। यानी बहुत ही कम लागत में किसान अपने खेतों में सोलर पंप लगाकर पूरी जिंदगी बिना किसी खर्च के सिंचाई कर सकते हैं।
कैसे करें आवेदन और पंजीकरण?
अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) कराना होगा।
ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे किसान आसानी से अपने मोबाइल या कंप्यूटर से आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन के बाद सरकार द्वारा निर्धारित प्रक्रिया पूरी होने पर सोलर पंप की बुकिंग हो जाएगी, और फिर जल्द ही किसानों को सोलर पंप मिलने लगेगा।
कौन-कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
अब सवाल उठता है कि कौन से किसान इस योजना का फायदा उठा सकते हैं? तो दोस्तों, यह योजना हर किसान के लिए खुली है, चाहे वह छोटा हो या बड़ा।
जिन किसानों के पास बंजर या अनुपयोगी जमीन है, उन्हें इस योजना में प्राथमिकता दी जाएगी।
जिन किसानों के पास खेती योग्य जमीन है, वे भी इस योजना के तहत सोलर पंप लगवा सकते हैं।
जो किसान पहले से डीजल पंप का उपयोग कर रहे हैं और इसे सोलर पंप में बदलना चाहते हैं, वे इस योजना के पात्र हैं।
जो किसान पहले से बिजली से चलने वाले पंप का उपयोग कर रहे हैं, वे भी इस योजना में आवेदन कर सकते हैं।
योजना से जुड़ी अन्य शर्तें, जिनके बारे में जानना जरूरी है
राज्य सरकारें अपने-अपने राज्यों में अलग-अलग नियम और शर्तें लागू कर सकती हैं।
योजना के तहत आवेदन करने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे, जिनमें आधार कार्ड, भूमि का रिकॉर्ड और बैंक अकाउंट की जानकारी शामिल हो सकती है।
योजना के तहत किसानों को पहले पंजीकरण कराना जरूरी है, तभी वे सब्सिडी का लाभ उठा पाएंगे।
क्यों जरूरी है यह योजना?
दोस्तों, अगर आप गौर करें तो यह योजना सिर्फ किसानों के खर्चे कम करने के लिए ही नहीं, बल्कि पर्यावरण को बचाने के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है।
डीजल पंप से होने वाले प्रदूषण को खत्म करेगी।
बिजली की खपत कम होगी और किसानों को बिजली बिल से राहत मिलेगी।
किसान सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना सिंचाई कर सकेंगे।
सालाना हजारों रुपये की बचत होगी और खेती की लागत घटेगी।
क्या यह योजना आपके लिए सही है?
अगर आप भी अपनी खेती की लागत को कम करना चाहते हैं और बिना बिजली-डीजल खर्च किए सिंचाई करना चाहते हैं, तो दोस्तों पीएम कुसुम योजना आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है।
कम लागत में खेती करने का मौका
सरकार से भारी सब्सिडी
बिजली और डीजल के खर्च से छुटकारा
सौर ऊर्जा से सिंचाई, यानी एक बार का निवेश और हमेशा की बचत
तो दोस्तों, अगर आप भी इस योजना से जुड़ना चाहते हैं, तो जल्द ही कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें और सोलर पंप लगवाकर अपनी खेती को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं
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खेती-किसानी और कृषि तकनीकों पर 5+ वर्षों का अनुभव। किसानों के लिए उपयोगी जानकारियां और नई तकनीकों पर शोधपूर्ण लेख लिखते हैं।