कलेक्टर आशीष सिंह: बारिश का मौसम आते ही सबसे ज्यादा चिंता होती है – ट्रैफिक जाम की। खासकर इंदौर जैसे बड़े शहर में जहां सड़कों पर गाड़ियों की रफ्तार थोड़ी सी बारिश में थम जाती है, वहां मानसून के दौरान ट्रैफिक को सुचारू बनाए रखना किसी चुनौती से कम नहीं। लेकिन अब चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि इंदौर के कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने इस चुनौती को गंभीरता से लिया है और वर्षाकाल के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की है।
इस बैठक में नगर निगम, यातायात पुलिस, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, होमगार्ड और लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। कलेक्टर श्री सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए कि चाहे हालात कैसे भी हों, शहर और राष्ट्रीय राजमार्गों पर ट्रैफिक कभी बाधित नहीं होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्षा काल में हर परिस्थिति के लिए तैयार रहें और सड़कों को पूरी तरह सुचारु बनाए रखें।
बैठक में विशेष रूप से एबी रोड बायपास पर हो रही दिक्कतों का जिक्र हुआ। बताया गया कि वहां एक निर्माणाधीन ओवरब्रिज के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या आ रही है। इस पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। बायपास की सर्विस रोड और डायवर्ट पर सुधार कार्य को तत्काल अंजाम देने की योजना बनाई गई है। सड़क पर पेवर ब्लॉक लगाने और अन्य सुधार कार्य एनएचआई द्वारा जल्द ही शुरू किए जाएंगे।
भारी वाहनों की वजह से बायपास पर ट्रैफिक की समस्या अधिक गंभीर हो जाती है। ऐसे में कलेक्टर श्री सिंह ने भारी वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्गों के उपयोग की सलाह दी है, जिससे शहर के भीतर ट्रैफिक का बोझ कम किया जा सके। देवास की ओर जाने वालों के लिए मानपुर, घाटा बिल्लोद, लेबड़ जैसे रास्तों को सुझाया गया है, वहीं भोपाल जाने वालों के लिए पुराने नेमावर रोड और चापड़ा मार्ग को प्राथमिकता देने की बात कही गई है।
कलेक्टर ने न केवल बाहरी इलाकों की व्यवस्था पर ध्यान दिया, बल्कि शहर के अंदर की सड़कों पर भी विशेष फोकस किया है। उन्होंने कहा कि जलभराव की स्थिति को पूरी तरह रोकने के लिए ड्रेनेज सिस्टम को सक्रिय रखा जाए और वर्षा जल को तुरंत निकालने की व्यवस्था हर जगह हो। साथ ही ट्रैफिक सिग्नल्स की मॉनिटरिंग भी लगातार होती रहे, ताकि कहीं कोई दिक्कत न हो।
सबसे बड़ी राहत की बात यह रही कि वर्षाकाल के दौरान आम जनता को परेशान न हो, इसलिए चालानी कार्रवाई को रोकने का फैसला लिया गया है। साथ ही यातायात पुलिस के क्यूआरटी (Quick Response Team) दल शहर के विभिन्न इलाकों में तैनात रहेंगे, जो जाम की स्थिति में तुरंत पहुंचकर व्यवस्था संभालेंगे। इन दलों में नगर निगम और होमगार्ड के जवान भी शामिल होंगे। कलेक्टर ने सभी ज़ोनल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दें।
कुल मिलाकर, इस मानसून में इंदौर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। उम्मीद है कि इस बार बारिश के मौसम में न तो सड़कों पर पानी भरेगा और न ही लोग घंटों जाम में फंसे रहेंगे।
Disclaimer:
यह लेख प्रशासनिक दिशा-निर्देशों और सार्वजनिक हित में हुई बैठक के आधिकारिक बयानों पर आधारित है। इसका उद्देश्य नागरिकों को शहर में होने वाले सुधारों और व्यवस्थाओं की जानकारी देना है। इसमें दी गई जानकारियां प्रशासनिक स्रोतों से ली गई हैं।

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