हनीमून पर पति की हत्या करने वाली अब खतरनाक महिला कैदियों के बीच, 24 घंटे CCTV निगरानी में

Sonam Raghuvansh

Sonam Raghuvanshi: चर्चित ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या का मामला इन दिनों देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मामले में आरोपी बनी उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी और उसका प्रेमी राज कुशवाह अब मेघालय की शिलांग डिस्ट्रिक्ट जेल में हैं। जो कहानी किसी फिल्म जैसी लगती थी, वो अब हकीकत बन चुकी है—और सोनम अब जेल में अपने ही जैसे खतरनाक महिला कैदियों के बीच रह रही है।

राजा रघुवंशी की हत्या के आरोप में सोनम और राज को पुलिस ने बीते शनिवार कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इसके बाद दोनों को शिलांग जिला जेल ले जाया गया। पुलिस की पूछताछ पूरी होने के बाद कोर्ट ने दोनों को जेल भेजने का आदेश दिया। जेल में सोनम की सुरक्षा को लेकर विशेष कदम उठाए गए हैं, क्योंकि उस पर हमले की आशंका जताई गई है। यही कारण है कि जेल प्रशासन ने उसे 24 घंटे CCTV कैमरे की निगरानी में रखा है।

जेल में सोनम की हालत और सुरक्षा

सोनम को जेल की उन महिला कैदियों के साथ रखा गया है, जो पहले से ही हत्या जैसे संगीन मामलों में सजा काट रही हैं। उसके साथ एक सीनियर महिला कैदी को निगरानी में लगाया गया है, ताकि वह किसी भी तरह की गंभीर या गलत हरकत न कर सके। जेल में फिलहाल कुल 496 कैदी हैं, जिनमें से केवल 19 महिलाएं हैं। सोनम अब 20वीं महिला कैदी बन चुकी है।

यहां सोनम को बाकी महिला कैदियों की तरह सिलाई-कढ़ाई या अन्य काम भी करने होंगे। जेल के अंदर की दुनिया उसके लिए एकदम नई है—न कोई रिश्तेदार, न प्रेमी, न पति, बस चारदीवारी और तमाम खतरनाक चेहरों के बीच एक डर और अकेलापन। यही कारण है कि सुरक्षा के लिए उसे बेहद सख्त निगरानी में रखा गया है।

पहले से तीन आरोपी जेल में

इस केस में पहले ही तीन आरोपी—विशाल उर्फ विक्की, आकाश और आनंद—को जेल भेजा जा चुका है। इन सभी की भी कड़ी सुरक्षा में निगरानी की जा रही है। पुलिस को शक है कि जेल के अंदर इन आरोपियों पर हमला हो सकता है, इसलिए पूरे परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।

एक हनीमून… जो बना हत्या की साजिश

जिस सोनम को कभी उसका पति राजा प्यार से मेघालय  ले गया था, उसी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी जान ले ली। आज वही सोनम अब ऐसे माहौल में है जहां हर एक कदम पर निगरानी और डर साथ है। हनीमून से शुरू हुआ यह सफर अब जेल की कोठरी में खत्म हो रहा है।

Disclaimer:
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसमें दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों एवं समाचार रिपोर्ट्स पर आधारित है। PravahTimes किसी भी आरोपी को दोषी या निर्दोष घोषित नहीं करता, अंतिम निर्णय न्यायालय द्वारा ही किया जाएगा।

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