किसान भाइयों, अगर आप खेती से अच्छी आमदनी कमाना चाहते हैं तो भिंडी की उन्नत किस्मों की जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है। भिंडी एक ऐसी सब्जी है जो हर किसी की पसंद होती है। इसके बिना रसोई अधूरी लगती है। यह सिर्फ स्वाद में ही नहीं, बल्कि पोषण में भी किसी से कम नहीं। इसमें विटामिन, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि भिंडी की सही किस्म चुनने से आपकी पैदावार और मुनाफा दोनों बढ़ सकते हैं? तो आइए, जानते हैं भिंडी की 10 बेहतरीन उन्नत किस्मों के बारे में, जिनसे आप लाखों की कमाई कर सकते हैं।
भिंडी की खेती के लिए सही मिट्टी और जलवायु
किसान भाइयों, भिंडी की खेती किसी भी मिट्टी में हो सकती है, लेकिन अगर आप बेहतरीन फसल लेना चाहते हैं तो दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इसकी पीएच वैल्यू 6 से 6.8 के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा, बलुई दोमट और मटियार दोमट मिट्टी भी भिंडी की खेती के लिए अच्छी मानी जाती है। इस फसल को गर्म जलवायु पसंद है और यह गर्मी और बारिश दोनों मौसम में उगाई जाती है। ध्यान रहे, बरसात में खेत में जल निकासी की सही व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि अधिक पानी से फसल खराब न हो।
भिंडी की बुवाई का सही समय
अगर आप गर्मियों में भिंडी उगाना चाहते हैं तो फरवरी-मार्च का महीना सबसे सही रहेगा। वहीं, मॉनसून में भिंडी की खेती जून-जुलाई में की जानी चाहिए। सही समय पर बुवाई करने से पैदावार अच्छी होती है और आपको 115-125 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की उपज मिल सकती है।
भिंडी की 10 उन्नत किस्में जो बढ़ाएंगी आपकी कमाई
1. पूसा ए-4
किसान भाइयों, यह भिंडी एफिड और जैसिड जैसे खतरनाक कीटों का मुकाबला करने में सक्षम होती है। यह पीले रोग (येलो वेन मोजैक वायरस) से भी बचाव करती है। इसकी फलियां हल्के हरे रंग की और चिपचिपाहट कम होती है। सबसे खास बात यह है कि इसके बीज बोने के सिर्फ 15 दिन बाद ही फल आने लगते हैं।
2. परभनी क्रांति
यह भिंडी पीले रोग के खिलाफ बहुत असरदार है। इसके बीज लगाने के करीब 50 दिन बाद फल लगने शुरू हो जाते हैं। इस किस्म की भिंडी गहरे हरे रंग की और 15-18 सेंटीमीटर लंबी होती है।
3. पंजाब-7
इस किस्म की भिंडी भी पीले रोग से लड़ने में सक्षम होती है। इसकी फलियां मध्यम आकार की और गहरे हरे रंग की होती हैं। बीज बोने के लगभग 55 दिनों के बाद फसल तैयार हो जाती है।
4. अर्का अभय
इस किस्म की भिंडी का पौधा 120-150 सेमी लंबा होता है और यह येलो वेन मोजैक वायरस से बचाव करता है। इसके फल चिकने और मुलायम होते हैं, जिससे यह बाजार में जल्दी बिक जाती है।
5. अर्का अनामिका
यह किस्म गर्मी और बारिश दोनों मौसमों के लिए उपयुक्त है। इसके पौधे 120-150 सेमी ऊंचे होते हैं और इनमें बहुत सारी शाखाएं होती हैं। इसके फल चिकने होते हैं और इन पर रोएं नहीं होते।
6. वर्षा उपहार
मॉनसून में बुवाई के लिए यह किस्म सबसे अच्छी मानी जाती है। इसके पौधे 90-120 सेमी लंबे होते हैं और इसमें हर नोड से 2-3 शाखाएं निकलती हैं। इसकी पत्तियां गहरे हरे रंग की होती हैं और बुवाई के 40 दिन बाद ही फूल निकलने लगते हैं।
7. हिसार उन्नत
यह किस्म गर्मी और बरसात दोनों के लिए उपयुक्त है। इसके पौधे 90-120 सेमी तक लंबे होते हैं और हर नोड से 3-4 शाखाएं निकलती हैं। यह किस्म 46-47 दिनों में फसल देने लगती है।
8. वी.आर.ओ.-6 (काशी प्रगति)
किसान भाइयों, यह किस्म पीले मोजेक वायरस से बचाव करने में सक्षम होती है। इसकी फसल बहुत जल्दी तैयार हो जाती है। मॉनसून में इसके पौधे 175 सेमी तक और गर्मी में 130 सेमी तक लंबे हो सकते हैं। इसमें फूल बुवाई के 38 दिन बाद ही आ जाते हैं।
9. पूसा सावनी
इस किस्म की भिंडी गर्मी और बरसात दोनों के लिए उपयुक्त होती है। इसके पौधे 100-200 सेमी लंबे होते हैं। इसके फल गहरे हरे रंग के होते हैं और यह किस्म येलो वेन मोजैक वायरस से बचाव करने में सक्षम होती है।
10. पूसा मखमली
इस किस्म की भिंडी हल्के हरे रंग की होती है और इसमें 5 धारियां होती हैं, जो इसे अन्य किस्मों से अलग बनाती हैं। हालांकि, यह किस्म येलो वेन मोजैक वायरस के लिए प्रतिरोधी नहीं है। इसके फल 12 से 15 सेमी लंबे होते हैं।
क्यों करें उन्नत किस्मों की खेती?
किसान भाइयों, उन्नत किस्मों की खेती करने से न सिर्फ आपकी पैदावार बढ़ती है बल्कि फसल रोगों से बची रहती है। इससे बाजार में भिंडी की अच्छी कीमत मिलती है और आप अपनी आमदनी को दोगुना कर सकते हैं। अगर आप भी भिंडी की खेती से लाखों कमाना चाहते हैं, तो इन उन्नत किस्मों को अपनाएं और आधुनिक खेती के तरीकों का इस्तेमाल करें।
तो देर किस बात की, सही किस्म चुनें और अपनी खेती को एक नए मुकाम तक ले जाएं।
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खेती-किसानी और कृषि तकनीकों पर 5+ वर्षों का अनुभव। किसानों के लिए उपयोगी जानकारियां और नई तकनीकों पर शोधपूर्ण लेख लिखते हैं।