किचन गार्डन में ताजे और ऑर्गेनिक फल-सब्जियाँ उगाना बहुत आसान और लाभकारी होता है। यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
किचन गार्डन शुरू करने से पहले सही स्थान और मिट्टी का चयन करें। सूरज की रोशनी का ध्यान रखें।
टमाटर, शिमला मिर्च, हरी मटर, पत्तेदार साग और हर्ब्स जैसे तुलसी, धनिया उगाने के लिए बेहतरीन पौधे हैं।
मिट्टी को अच्छे से खंगालकर उसमें खाद मिलाएं। उपजाऊ मिट्टी पौधों के सही विकास में मदद करती है।
पौधों को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन ध्यान रखें कि पानी ज्यादा न हो। जल निकासी जरूरी है।
गर्मियों और सर्दियों में उगाने वाली फसलों का सही समय जानें। मौसम का चुनाव फसल की गुणवत्ता बढ़ाता है।
किचन गार्डन में कीड़े और कीट समस्याएं हो सकती हैं। जैविक कीटनाशकों का उपयोग करके इनसे बचाव करें।
प्रत्येक पौधे को नियमित रूप से छंटाई और देखभाल की आवश्यकता होती है। इससे फसल बेहतर होती है।
जैविक खाद का उपयोग करें। इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और पौधे स्वस्थ रहते हैं।
किचन गार्डन से ताजे फल और सब्जियों का संग्रह करें। यह स्वादिष्ट और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।